Hello! दोस्‍तों, Hindi Computing की इस post में हम यूनिकोड (Unicode) के विषय में जानेंगे। Unicode क्‍या है, कहाँ काम आता है, यह अच्‍छी तरह से समझाने के लिए इस post में मैं Unicode के हर एक point की detailed explanation देने का प्रयास करूंगा।
what-is-unicode.jpg

दोस्‍तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि Computer एक stupid machine है, जो कोई भी भाषा या लिपि नहीं समझता। Computer केवल numbers (codes) को समझता है। यह numbers या codes binary form में होते हैं (जैसे-010101)। इसलिए दुनिया की सभी भाषाओं के characters, symbols and letters को एक number (code) दिया जाना जरूरी है। यह काम Character Encoding System (जैसे-Unicode) द्वारा किया जाता है। Unicode को विस्‍तार से समझने के लिए हमें पहले Character Encoding के बारे में थोड़ा-बहुत जानना जरूरी है।


Character Encoding क्‍या है? (What is Character Encoding in Hindi?)

Character Encoding वह प्रणाली है जो computer को यह बताती है कि वह binary codes (e.g.-010101) को characters में किस प्रकार दर्शाये। यह कार्य सामान्‍य रूप से numbers को characters के साथ जोड़ कर किया जाता है। उदाहरण के लिए नीचे दी गई image को ध्‍यान से देखें, इसमें hello शब्‍द की Unicode encoding दर्शायी गयी है।

जैसा कि हम जानते हैं कि शब्‍द और वाक्‍य, वर्णों (characters) से बनते हैं और इन वर्णों को एक character set में वर्गीकृत किया जाता है। इन character sets में document में use की जाने वाली भाषा के सभी वर्ण (characters) होते हैं। वर्तमान में विभिन्‍न प्रकार की अलग-अलग character encoding मौजूद हैं, लेकिन इनमें से जो सबसे ज्‍यादा use होने वाली encoding हैं, वे हैं : ASCII based 8-bit encoding और Unicode encoding
Character Encoding के विषय में और अधिक जानने के लिए आप इस  लेख को भी पढ़ सकते हैं :

Character Encoding के प्रकार

Unicode प्रणाली के द्वारा विश्‍व की सभी भाषाओं के प्रत्‍येक वर्ण (Character) को एक unique number या code point प्रदान किया जाता है। यह दो mapping प्रविधियों को define करता है : 1. UTF (Unicode Transformation Format) encoding और 2. UCS (Universal Character Set) encoding। Unicode-based encoding यूनिकोड standard को लागू करती है जिसमें UTF-8, UTF-16 और UTF-32 या UCS-4 शामिल हैं। Unicode में ASCII (8-bits) से परे जाकर संसार की लगभग सभी भाषाओं और लिपियों के सभी characters और symbols को support करने की क्षमता है।
यूनिकोड विश्‍व की सभी भाषाओं में प्रयुक्‍त पहले 256 characters का निरूपण ASCII Code (आस्‍की कोडके समान ही करता है। इस व्‍यवस्‍था में प्रत्‍येक character को maximum 32 bits में निरूपित किया जाता है
Unicode Encoding के कई प्रकार हैंजिनमें UTF-8 और UTF-16 ज्‍यादा use होते हैं। UTF-8 Internet या Web पर use होने वाली प्रमुख Encoding हैजो कई softwares में भी Default रूप से use होने वाली Encodingहै। Unicodeमें तीन प्रकार की encoding व्‍यवस्‍था प्रयोग में लायी जाती है :

UTF-8

UTF-8 character set format प्रत्‍येक character को represent करने के लिए 4 bytes का useकरता हैलेकिन अक्सर उपयोग किए जाने वाले characters को represent करने के लिए 4 bytes का उपयोग आवश्‍यकता से अधिक होगा। इसलिए, UTF-8 common English charactersको represent करने के लिए केवल 1 byte का ही use करता है।

UTF-16

UTF-16 character set formatमें प्रत्‍येक character को represent करने के लिए minimum 16 bits (2 bytes) का प्रयोग होता है अर्थात् जो characters UTF-8 में 1 byte जगह लेते थेअब वे UTF-16 में 16 bits (2 bytes) जगह लेंगे। हालांकि जो characters UTF-8 में 2 bytes जगह लेत थेवे UTF-16 में भी 2 bytes जगह ही लेंगे परन्‍तु जो characters UTF-8 में या 4 bytes अब UTF-16 में वे 32 bits (4 bytes) द्वारा निरूपित होंगे।

UTF-32

UTF-32 character set formatमें प्रत्‍येक character को represent करने के लिए maximum 32 bits (4 bytes) का प्रयोग होता है अर्थात् UTF-32 में जो characters 1 byte में दर्शाये जा सकते हैंवे 1 byte जगह लेंगेजो 2, 3 या 4 byte में दर्शाये जा सकते हैंवे 2, 3 या 4 byte जगह ले सकते हैं। दरअसल विश्‍व की कुछ भाषाओं के कुछ characters UTF-16 में fit नहीं हो रहे थे अर्थात् उन्‍हें 2 bytes में दर्शाना सम्‍भव नहीं था इसलिए इसको extend किया गया और UTF-32 बनाया गया। 

यूनिकोड क्‍या है? (What is Unicode in Hindi?)

यूनिकोड (Unicode) एक Universal character encoding standard है। यह computer में use होने वाले सभी operating systems में text को दर्शाने के लिए एक inbuilt text encoding system है। वर्तमान में सभी operating systems, चाहे वह Windows, Linux, Mac या अन्‍य जो भी हो Unicode को support करते हैं। वर्तमान में कुछ Mobile phone OS (e.g. android, iOS) भी Unicode को support करते हैं, क्‍योंकि Unicode विश्‍व की लगभग सभी भाषाओं और यहाँ तक कि कुछ प्राचीन भाषाओं के characters को भी support करता है।
Unicode वास्तव में विश्‍व की सभी भाषाओं के प्रत्येक अक्षर और संकेतों के लिए कंप्यूटर में एक Universal code कोड उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। इसके द्वारा विश्‍व की सभी भाषाओं के प्रत्‍येक अक्षर को एक unique code (number) दिया जाता है। Unicode को संसार की सभी भाषाओं के अक्षरों को support करने के लिए design किया गया है। इस Encoding System में विश्‍व की विभिन्‍न भाषाओं के लगभग 100000 characters को निरूपित करने की क्षमता है। आज दुनिया की किसी भी भाषा का कोई भी ऐसा character नहीं है, जो Unicode में समाहित न हो।
यूनिकोड (Unicode) के आने से पहले computer केवल English भाषा में ही काम कर सकता था, क्‍योंकि तब Computer में character encoding के लिए ASCII (आस्‍की) code use होता था। परन्‍तु Computer को विश्‍व की विभिन्‍न भाषाओं में कार्य करने में सक्षम बनाने के उद्देश्‍य ने एक Universal code की आवश्‍यकता को जन्‍म दिया, जिसमें दुनिया की सभी भाषाओं के प्रत्‍येक character के लिए एक unique code निर्धारित हो, ताकि प्रत्‍येक Software program, प्रत्‍येक language, प्रत्‍येक Computer platformऔर साथ-ही-साथ Internet (Web) पर भी इसका प्रयोग किया जा सके।
दूसरी तरफ विश्‍व के अलग-अलग क्षेत्रों में ज्ञान, विज्ञान, कला तथा शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नये-नये शोधों, साहित्‍य और दुनियाभर की सूचनाओं को क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्‍ध कराने के लिए Unicodeकी आवश्‍यकता होती है। Computer को घर-घर तक पहुँचाने के लिए और Internet को जन-जन तक पहुँचाने के लिए उनका क्षेत्रीय भाषाओं में कार्य करना बहुत ही आवश्‍यक है। इस कार्य को सम्‍भव बनाने के लिए Unicode की आवश्‍यकता है।
यूनिकोड (Unicode) के विषय में और अधिक जानकारी के लिए आप इन links पर भी visit कर सकते हैं :

यूनिकोड कन्‍सोर्टियम (Unicode Consortium in Hindi)

Unicode को Unicode Consortium संस्‍था manage करती हैजो लाभ न कमाने वाली एक संस्‍था है। इस संस्‍था को विभिन्‍न IT & Software कम्‍पनियाँ fund करती हैं। Google, Microsoft, Apple, IBM और Oracle कम्‍पनियाँ इसकी member हैं और इसे fund करती हैं। भारतीय लिपियों के अक्षरों/संकेतों के लिए Unicode निर्धारित कराने के उद्देश्‍य से भारत ने भी इसकी सदस्‍यता ले रखी है। 2013 में भारत ने ‘₹’ (रुपये चिह्नको यूनिकोड में शामिल कराया।
इस संस्‍था का मूल उद्देश्‍य प्रचलित पुरानी character encoding schemes को Unicode और इसके standard UTF से replace करना हैक्‍योंकि ये encoding schemes size के हिसाब से limited हैं और multilingual computing के लिए पर्याप्‍त नहीं हैं।

यूनिकोड ब्‍लॉक्‍स (Unicode Blocks in Hindi)

Unicode में सुविधा के लिए विभिन्‍न भाषाओं को कई blocks में एकीकृत किया गया है। इसके अनुसार,
  • सभी Western European भाषाओं को Latin ब्‍लॉक में रखा गया है।
  • हिन्दी, संस्कृत, मराठी, नेपाली, सिन्धी, कश्मीरी आदि को 'देवनागरी' (Devanagari Unicode Block) ब्लॉक में रखा गया है।
  • चीनी, जापानी, कोरियाई, वियतनामी भाषाओं को 'युनिहान्' (UniHan) ब्लॉक में रखा गया है।
  • अरबी, फारसी, उर्दू आदि को Arabic ब्लॉक में रखा गया है।
  • और सभी स्लाविक भाषाओं को सिरिलिक (Cyrilic) के अन्तर्गत रखा गया है।

Unicode की विशेषताऍं (Properties of Unicode)

  • यूनिकोड (Unicode) विश्‍व की सभी भाषाओं के सभी वर्णों के लिए एक unique code प्रदान करता है।
  • यूनिकोड (Unicode) दुनियाभर की भाषाओं के लगभग 100000 characters को support करता है। Unicode प्रत्‍येक character को represent करने के लिए अधिकतम 4 byte use करता है।
  • यूनिकोड (Unicode) की सहायता से सभी computer platforms, programs और Internet पर विश्‍व की सभी भाषाओं में आसानी से type किया जा सकता है। Unicode में हिन्‍दी व अन्‍य Indian Languages type करने के लिए ‘देवनागरी यूनिकोड (Devanagari Unicode)’ की व्‍यवस्‍था है।
  • Unicode की सहायता से हम एक ही document में कई भाषाओं में text type कर सकते हैं जिसे किसी भी computer, mobile phone में ले जाने पर वह जस का तस ही रहता है, बदलता नहीं है।
  • Unicode में typed किसी भी भाषा का text या matter पूरे world में बिना corrupt हुए पढ़ा जा सकता है और इसके लिये किसी विशेष font की आवश्‍यकता नहीं होती है। इसे आसानी से विश्‍व की ज्‍यादातर Languages में translate किया जा सकता है।

Unicode के उपयोग (Uses of Unicode)

  • Unicode के माध्‍यम से हम अपने computer पर multilingual document तैयार कर सकते हैं अर्थात् हम एक ही document में कई भाषाओं में paragraph लिख सकते हैं।
  • विभिन्‍न Webpages पर अपनी क्षेत्रीय भाषा में comment लिखने और पढ़ने में Unicode का उपयोग होता है।
  • अपनी क्षेत्रीय भाषा में website या blog बनाने में भी Unicode व्‍यवस्‍था का ही इस्‍तेमाल होता है।
  • विभिन्‍न social sites (जैसे-facebook, twitter आदि) पर अपनी क्षेत्रीय भाषा में post लिखने और पढ़ने के लिए भी Unicode का उपयोग होता है।
  • Mobile से अपनी क्षेत्रीय भाषा में SMS या Message भेजने में भी Unicode प्रणाली का ही उपयोग होता है।
  • Computer द्वारा अपनी क्षेत्रीय भाषा में e-mail भेजने में भी Unicode व्‍यवस्‍था का उपयोग होता है।
  • Unicode में developed किसी सॉफ्टवेयर का एक ही version पूरे विश्‍व में चलाया जा सकता है। क्षेत्रीय बाज़ारों के लिए उसे क्षेत्रीय भाषाओं में दोबारा से develop करने की आवश्‍यकता नहीं पड़ती।
  • Internet या web पर किसी दूसरी भाषा के लेख को अपनी क्षेत्रीय भाषा में translate करने के लिए भी Unicode प्रणाली का उपयोग होता है।

इण्डिक यूनिकोड (Indic Unicode)

इण्डिक यूनिकोड (Indic Unicode), यूनिकोड के अन्‍तर्गत एक section हैजो भारतीय भाषाओं (लिपियोंसे सम्‍बन्धित है। Unicode के Latest version, Unicode 12.1 में हिन्‍दी (देवनागरीके साथ-साथ अन्‍य भारतीय लिपियों को भी standardized किया गया है और उनके अक्षरों/वर्णों और संकेतों के लिए code point दिए गए हैं।

इण्डिक यूनिकोड में शामिल भारतीय लिपियाँ

तमिलतेलुगुबंगाली लिपिगुरुमुखीकन्‍नड़ लिपिगुजराती लिपिलिम्‍बू लिपिमलयालम लिपिउड़ि‍यास्‍यलोटी नागरी और सिंहल
आज के समय में हम इण्डिक यूनिकोड के कारण किसी भी computer एवं web के सभी प्‍लेटफॉर्मस् पर भारतीय भाषाओं में लिख और पढ़ सकते हैं।

ISCII (इस्‍की)

ISCII (Indian Standard Code for Information Interchange) भारतीय भाषाओं के characters के लिए एक character encoding standard है। Unicode के विपरीत, ISCII एक 8-bit encoding है।
हिन्‍दी यूनिकोड (Hindi Unicode) के आने से पहले भारतीय लिपियों के characters की encoding के लिए ISCII encoding method का प्रयोग होता था। तब Computer और web पर हिन्‍दी content लिखने और पढ़ने के लिए Hindi Legacy Fonts ( परम्‍परागत फॉन्‍टस्जैसे-KrutiDev, DevLys आदि का उपयोग होता है। 
Websites के content Hindi Unicode font में न होने के कारण किसी हिन्‍दी website पर लिखा content पढ़ने के लिए हमें पहले उस website के fonts को download करना पड़ता थाउन्‍हें अपने computer में install करना पड़ता थातब कहीं जाकर हम उस website का content ठीक तरह से पढ़ पाते थे। यह Hindi Computing के क्षेत्र में एक बड़ी समस्‍या थीजो हिन्‍दी यूनिकोड के आने से अब हल हो चुकी है।
ISCII के विषय में और अधिक जानकारी के लिए ISCII-in-Hindi पर visit करें।

हिन्‍दी यूनिकोड (Hindi Unicode)

जैसा कि हम ऊपर पढ़ चुके हैं कि यूनिकोड (Unicode) एक Universal character encoding standard है। यह विश्‍व की सभी भाषाओं के प्रत्येक अक्षर और संकेतों के लिए एक Universal code कोड उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। अतइसमें हिन्‍दी (देवनागरीके भी सभी अक्षरों/वर्णों को प्रदर्शित करने के लिए एक universal code उपलब्ध कराया गया है जो पूरे विश्‍व में अंग्रेजी के आस्‍की (ASCII) की तरह ही मानक है
हिन्‍दी यूनिकोड (Hindi Unicode) भारतीय भाषाओं के Unicode section इण्डिक यूनिकोड (Indic Unicode) के ‘देवनागरी’ (Devanagari) ब्‍लॉक के अन्‍तर्गत आता है इसमें हिन्‍दीसंस्‍कृतमराठीनेपालीसिन्‍धी और कश्‍मीरी भाषाओं के वर्णों/संकेतों के लिए code दिए गए हैं जो इन भाषाओं में Computer पर कार्य करने में प्रयुक्‍त होते हैं।
देवनागरी Character Code table नीचे दर्शायी गई हैजिसमें Extended Devanagari code table भी शामिल है।

हिन्‍दी यूनिकोड की सहायता से हम किसी भी Device, OS, Browser, Applications (Unicode support) और internet पर बड़ी ही सहजता से हिन्‍दी में लिख सकते हैं।

Extra-Info

वर्तमान में सभी devices, Computer, Laptops, Mobile phones आदि सभी Unicode enabled होती हैंलेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि आपके mobile पर आ message में text के स्‍थान पर boxes या ???? दिखाई देते हैं। ऐसा तब होता है जब message Unicode में किसी क्षेत्रीय भाषा में लिखा गया होता है और आपका mobile Unicode को support  करता हो

हिन्‍दी यूनिकोड की विशेषताएँ (Properties of Hindi Unicode)

  • देवनागरी (Hindi) यूनिकोड की range U+900 से U+097F तक है। Code points U+0900 से U+0954 तक ISCII-1988 के A0 से F4 के समान ही हैं।
  • देवनागरी यूनिकोड की इस रेंज में हिन्‍दी के अलावा मराठीमलयालम और सिन्‍धी आदि को लिखने के लिए इन लिपियों के बहुत से वर्णों के code भी दिए गए हैं।
  • अन्‍य भारतीय भाषाओंतमिलतेलुगुकन्‍नड़गुजरातीउड़ि‍याबंगालीमलयालम और गुरुमुखी (पंजाबीके ब्‍लॉक भी ISCII encoding पर ही आधारित हैं।
  • हिन्‍दी यूनिकोड व्‍यवस्‍था हिन्‍दी व्‍याकरण के नियमों का पालन करती है। जैसे हिन्‍दी यूनिकोड में ‘ह्य’ अक्षर type करने के लिए आपको ‘ह ++य’ ये तीन अक्षर type करने होंगेठीक हिन्‍दी व्‍याकरण की तरह। यह संयुक्‍त अक्षर 3 byte स्‍थान लेता है।
  • हिन्‍दी के वर्ण-क्षत्र एवं ज्ञ को संयुक्‍त वर्ण की श्रेणी में रखा गया हैइसलिए इसका अलग-से कोई कोड नहीं दिया गया है।
  • नुक्‍ता (के लिए और नुक्‍ता वाले (जैसेफ़वर्ण के लिए अलग-अलग कोड निर्धारित किया गया है। इस कारण हम फ़-1 byte को (फ )-2 byte की तरह और code U+095E के द्वारा भी लिख सकते हैं।

हिन्‍दी यूनिकोड के लाभ (Benefits of Hindi Unicode)

  • हिन्‍दी यूनिकोड प्रणाली के प्रयोग से हिन्‍दी टाइपिंग न जानने वाले भी Hindi Transliteration Technology (फॉनेटिक टाइपिंगकी मदद से हिन्‍दी में टाइप कर सकते हैं।
  • हिन्‍दी यूनिकोड की सहायता से आप किसी भी Search Engine, जैसे- Google, Bing आदि में हिन्‍दी में सर्च कर सकते हैं।
  • हिन्‍दी यूनिकोड (Hindi Unicode) की सहायता से हिन्‍दी में Email (Email in Hindi), chat (chat in Hindi), और message भी कर सकते हैं।
  • अपने कम्‍प्‍यूटर के OS के पूरे interface को हिन्‍दी में बदल सकते हैं और साथ ही विभिन्‍न फाइलों और फोल्‍डरों के नाम हिन्‍दी में रख सकते हैं।
  • Microsoft Office, OpenOffice, Google, Gmail, Blogger और अन्‍य कई Unicode support करने वाले programs में बिना किसी विशेष हिन्‍दी फॉन्ट install किये हिन्‍दी में टाइपिंग की जा सकती है।
  • हिन्‍दी यूनिकोड में typed किसी भी text को आसानी से दूसरी भाषा में translate किया जा सकता है। इसकी सहायता से किसी भी विषय पर हिन्‍दी भाषा में हुए शोध और हिन्‍दी साहित्‍य दुनिया में कहीं भी किसी भी भाषा में पढ़ा जा सकता है।

हिन्‍दी कम्‍प्‍यूटिंग क्षेत्र के में भारत सरकार के प्रयास

भारत सरकार ने भारतीय भाषाओं में Computing के लिए एक प्रकार से बड़ा अभियान छेड़ा हुआ है। सरकार ने सभी mobile companies जिनके mobiles भारत में बनायेबेच और वितरित किए जाते हैंको यह सख्‍त हिदायत दी है कि वे भारत की सभी 22 official Languages को support करने चाहिएं।
इस क्षेत्र में सरकार की कई संस्‍थाऍं कई संस्‍थाऍं कार्यरत हैंजिनमें से TDIL और C-DAC प्रमुख हैं।
TDIL : यह भारतीय भाषाओं के लिए applications और Tools develop करने वाली संस्‍था है। इसने 2005 में भारतीय भाषाओं के लिए softwares develop करने आरम्‍भ किए थे। इसके द्वारा हिन्‍दी में LibreOffice, Firefox, Thunderbird और अन्‍य बहुत से software develop किए गए हैं। इन्‍हें download करने के लिए www.ildc.in/hindi/harchive.html पर जाऍं
C-DAC : यह सरकारी software company हैजो सरकारशैक्षिक संस्‍थानों और निज़ी कम्‍पनियों के लिए भारतीय भाषाओं के software बनाती है। Inscript Keyboard Layout, Chitrankan, Unicode Typing Tool, e-Aksharayan इसके द्वारा develop किए गए मुख्‍य Tools हैं।

हिन्‍दी कम्‍प्‍यूटिंग के क्षेत्र में IT कम्‍पनियों के प्रयास

आज ज्‍यादातर IT एवं Software कम्‍पनियाँ localization की ओर जोर दे रही हैं। इस कारण भारत में वे अपने products को हिन्‍दी में उपलब्‍ध कराने के लिए प्रयासरत रहती हैं। आज Internet पर अंग्रेजी की तरह ही हिंदी में भी काफी संख्या में websites, blogs और Online Dictionary आदि उपलब्‍ध्‍ा हैं। इस क्षेत्र में बहुत-सी IT कम्‍पनियों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया हैजिनमें से ये दो प्रमुख हैं :

Microsoft

  • माइक्रोसॉफ्ट ने सन् 1998 में भारतीय भाषाओं में computer को कार्य करने में सक्षम बनाने के उद्देश्‍य से Bhasha project launch किया था। इसके तहत हिन्‍दी के साथ-साथ अन्‍य भाषाओं के लिए भी Tools और Unicode fonts बनाए गए। Hindi Unicode font ‘MANGAL’ इसी प्रोजेक्‍ट के तहत Microsoft ने बनाया है।
  • Microsoft के ज्‍यादातर products हिन्‍दी को support करते हैं। Microsoft Windows Inbuilt Indic Input के साथ आती है जिससे हम किसी भी Unicode supported program में हिन्‍दी व अन्‍य भारतीय भाषाओं में typing कर सकते हैं।
  • माइक्रोसॉफ्ट के अन्‍य products जैसे-Microsoft Office, Office365, Outlook, Skypelite, OneNote भी हिन्‍दी को support करते हैं।
  • Microsoft के search engine Bing भी हिन्‍दी को support करता है जिसमें आप Hindi में search और अन्‍य भाषा के webpages को Hindi व अन्‍य भारतीय भाषाओं में translate भी कर सकते हैं।

Google

  • Google के ज्‍यादातर products जैसे-Search Engine, Gmail, Google Drive, Youtube, Google Docs आदि सभी हिन्‍दी को support करते हैं।
  • Google translate service Internet पर हमें किसी भी भाषा के content को Hindi में translate करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • Google के द्वारा बनाए गए विभिन्‍न Input Tools और Keyboard Layouts हमें कहीं पर भीकिसी भी प्‍लेटफॉर्म पर Hindi में लिखने की सुविधा देते हैं।
वर्तमान में कम्‍प्‍यूटर के प्रयोग में कोई भाषाई अड़चन आड़े नहीं आती है। आज हिंदी में Computer के इस्‍तेमाल के लिए नए-नए सॉफ्टवेयर बन रहे हैंजैसे-Google Input tool, Microsoft Indic Input tool, Hindi Keyboard layouts, Phonetic Typing Tools, translate, Text to Speech, Speech to Text, Hindi OCR, हिन्‍दी Font Converter, Hindi Typing Tutor आदि। इनके अलावा भी बहुत-से अन्‍य सॉफ्टवेयर आज हिन्‍दी कम्‍प्‍यूटिंग को सरल बनाने के लिए बनाए जा रहे हैं।







One small request


दोस्‍तों, मुझे आशा है कि इस Post को पढ़कर यूनिकोड (Unicode) के विषय में आपका अवश्‍य ही ज्ञानवर्धन हुआ होगा। हमने अपनी इस post में Unicode के बारे में हर सम्‍भव जानकारी देने का उचित प्रयास किया है। यदि इस post को improve करने के बारे में आपके पास कोई सुझाव हो, तो हमें comment box में comment करके ज़रूर बताऍं। यदि आप हमसे contact करना चाहते हैं, तो आप simply contact page पर जाकर e-mail द्वारा हमसे contact कर सकते हैं।
और अन्‍त में आपसे एक छोटा-सा अनुरोध है कि हमारी इस post यूनिकोड (Unicode)-A detailed explanation in Hindi? को अपने दोस्‍तों, परिवारीजनों के साथ share करके ज्‍यादा-से-ज्‍यादा लोगों तक पहुँचाने का प्रयत्‍न करें।
Thank You for reading this post...